16 अप्रैल को 15 प्राचीन जैन तीर्थंकर प्रतिमाओं की नीलामी,सम्पूर्ण जैन समाज में विरोध , इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा

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By Pocketnews

विश्व जैन संगठन की जानकारी के अनुसार

मुंबई में होने वाले 15 प्राचीन जैन प्रतिमाओं की नीलामी का विरोध जैन संगठन करेगा. यह घोषणा विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय जैन ने की है.

गिरिडीह . मुंबई में होने वाले 15 प्राचीन जैन प्रतिमाओं की नीलामी का विरोध जैन संगठन करेगा. यह घोषणा विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय जैन ने की है. उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल 2024 को मुंबई में टोड़ीवाला ऑक्शन द्वारा 15 जैन प्रतिमाओं की नीलामी का निर्णय लिया गया है. 16 अप्रैल को इन 15 प्राचीन प्रतिमाओं की नीलामी का निर्णय जैन धर्म और तीर्थंकरों का अपमान है. उन्होंने कहा कि यह कानूनन अपराध है और इसपर सरकार अविलंब रोक लगाये. कहा कि मुंबई के टोड़ीवाला ऑक्शन के द्वारा ताज महल पैलेस में नीलामी किये जाने के लिए वेबसाइट पर सूचना दी गयी है. प्राचीन पूज्य जैन तीर्थंकर प्रतिमाओं के लिए लाखों रुपये की बोली लगवाना दुखद व अपमानजनक है. किसी भी कीमत पर जैन समाज यह नीलामी नहीं होने देगा. श्री जैन ने इसकी शिकायत मुंबई पुलिस, सीबीआई, पुरातत्व विभाग, संस्कृति मंत्रालय और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से भी की है. विश्व जैन संगठन के मीडिया प्रभारी आकाश जैन ने बताया कि पुरावशेष व बहुमूल्य कलाकृति अधिनियम के अनुसार प्राचीन भारतीय मूर्तियों को इंटरनेट पर नीलाम नहीं किया जा सकता और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा भी सूचना के अधिकार के तहत संगठन को इस बाबत सूचित किया गया है. कहा कि सख्त कानून न होने के कारण प्राचीन प्रतिमाओं को भारत में चोरी छिपे बाहर ले जाया जा रहा है और इसकी बिक्री की जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सीबीआई और क्राइम ब्रांच उक्त पूरे मामले का पर्दाफाश नहीं करती है और 16 अप्रैल 2024 को होने वाले नीलामी पर रोक नहीं लगाती है तो देशव्यापी विरोध किया जायेगा.

16 अप्रैल 2024 को टोड़ी आक्शन, मुंबई द्वारा ताजमहल पैलेस में प्रस्तावित क्लासिकल इंडियन आर्ट, नीलामी किए जाने के लिए अपनी वेबसाइट पर प्राचीन पूज्य जैन तीर्थंकर प्रतिमाओं के लिए लाखों रुपए की बोलियां लगवाना दुखद व अपमानजनक है और किसी भी कीमत पर जैन समाज यह नीलामी नहीं होने देगा। उनके अनुसार इसकी शिकायत मुंबई पुलिस, सीबीआई, पुरातत्व विभाग, संस्कृति मंत्रालय और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में की गई है। उन्होंने बताया कि पुरावशेष और बहुमूल्य कलाकृति अधिनियम के अनुसार प्राचीन धार्मिक मूर्तियों को इंटरनेट पर नीलाम नहीं किया जा सकता।


विश्व जैन संगठन:-

विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय जैन ने कहा कि 16 अप्रैल 2024 को टोड़ीं ऑक्शन, मुंबई द्वारा ताजमहल पैलेस में प्रस्तावित क्लासिकल इंडियन आर्ट #3 नीलामी किए जाने के लिए अपनी वेबसाइट पर प्राचीन पूज्य जैन तीर्थंकर प्रतिमाओं के लिए लाखों रुपए की बोलियां लगवाना दुखद व अपमानजनक है और किसी भी किसी भी कीमत पर जैन समाज यह नीलामी नहीं होने देगा और इसकी शिकायत मुंबई पुलिस, सीबीआई, पुरातत्व विभाग, संस्कृति मंत्रालय और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में की गई है।

संजय जैन ने बताया कि पुरावशेष और बहुमूल्य कलाकृति अधिनियम के अनुसार प्राचीन धार्मिक मूर्तियों को इंटरनेट पर नीलाम नहीं किया जा सकता और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा भी सूचना के अधिकार के तहत संगठन को सूचित किया गया है।

उन्होंने कहा कि सख्त कानून न होने के कारण प्राचीन प्रतिमाओं को भारत में पुरातत्व में पंजीकृत कराए चोरी से भारत से बाहर ले जाकर एक ऑक्शन हाउस द्वारा दूसरे को बिक्री करना और नीलाम करना स्वीकार नहीं। सीबीआई और क्राइम ब्रांच को कार्यवाही कर पूरे रैकेट का पर्दाफाश करना होगा। यदि संस्कृति मंत्रालय, पुरातत्व विभाग और पुलिस विभाग द्वारा 16 अप्रैल 2024 की नीलामी पर प्रतिबंध लगाकर भारत में इन प्रतिमाओं के पंजीकरण सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अवैध बिक्री का पर्दाफाश नहीं किया तो मुंबई, दिल्ली सहित देशव्यापी विरोध किया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी नीलामी करने वाले और सरकार की होगी।


Jain organizations will protest against the auction of 15 ancient Jain statues to be held in Mumbai. This announcement has been made by Sanjay Jain, National President of Vishwa Jain Organization.

Giridih. Jain organizations will protest against the auction of 15 ancient Jain statues to be held in Mumbai. This announcement has been made by Sanjay Jain, National President of Vishwa Jain Organization. He told that it has been decided to auction 15 Jain statues by Todiwala Auction in Mumbai on 16 April 2024. The decision to auction these 15 ancient statues on April 16 is an insult to Jainism and Tirthankaras. He said that this is a legal offense and the government should stop it immediately. Said that information has been given on the website for the auction of Taj Mahal Palace by Todiwala Auction of Mumbai. It is sad and insulting to see bids worth lakhs of rupees for ancient revered Jain Tirthankar statues. Jain community will not allow this auction to take place at any cost. Mr. Jain has also complained about this to Mumbai Police, CBI, Archeology Department, Culture Ministry and National Minority Commission. Akash Jain, media in-charge of Vishwa Jain Organization, said that according to the Antiquities and Precious Artifacts Act, ancient Indian sculptures cannot be auctioned on the internet and the Archaeological Survey of India has also informed the organization in this regard under the Right to Information Act. Said that due to lack of strict laws, ancient statues are being secretly taken out of India and sold. He has warned that if the CBI and Crime Branch do not expose the entire matter and do not ban the auction to be held on April 16, 2024, then there will be nationwide protests.

It is sad and insulting to see bids worth lakhs of rupees for ancient revered Jain Tirthankar statues on their website for classical Indian art proposed to be auctioned at Taj Mahal Palace by Todi Auction, Mumbai on 16th April 2024 and Jain community should not accept this auction at any cost. Won’t let it happen. According to him, complaints have been made to Mumbai Police, CBI, Archeology Department, Culture Ministry and National Minorities Commission. He said that according to the Antiquities and Precious Artifacts Act, ancient religious idols cannot be auctioned on the internet.


Vishwa Jain Sangathan:-

National President of Vishwa Jain Organization, Shri Sanjay Jain said that bids worth lakhs of rupees will be placed on its website for the proposed Classical Indian Art #3 auction at Taj Mahal Palace by Todi Auction, Mumbai on 16 April 2024. It is sad and insulting, and the Jain community will not allow this auction to happen at any cost and a complaint has been lodged with Mumbai Police, CBI, Archeology Department, Culture Ministry and National Minority Commission.

Sanjay Jain said that as per the Antiquities and Precious Artifacts Act, ancient religious idols cannot be auctioned on the internet and the Archaeological Survey of India has also informed the organization under the Right to Information Act.

He said that due to lack of strict law, it is not acceptable to get the ancient statues registered in Archaeology in India, taken out of India by theft and then sold and auctioned by one auction house to another. CBI and Crime Branch will have to take action and expose the entire racket. If the Ministry of Culture, Archaeology Department and Police Department do not expose the illegal sale of these statues at the international level by banning the auction on 16 April 2024 in India, including registration of these statues, then there will be a nationwide protest including Mumbai, Delhi, for which the auctioneer and the auctioneer will be fully responsible. Will be from the government.


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