लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न: सातवें उपप्रधानमंत्री, राम मंदिर के लिए रथयात्रा; 2015 में पद्म विभूषण मिला

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By Pocketnews

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लाल कृष्ण अडवाणी को भारत रत्न: बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण अडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। इससे पहले 2015 में उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। आइए जानते हैं लाल कृष्ण आडवाणी का पूरा सफर
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत रत्न से सम्मानित किया. आडवाणी सबसे लंबे समय तक बीजेपी के अध्यक्ष रहे हैं. वह देश के उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में
कराची, पाकिस्तान में जन्म
लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को पाकिस्तान के कराची में एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम किशनचंद आडवाणी और माता का नाम ज्ञानी देवी है। उनके पिता पेशे से एक उद्यमी थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट पैट्रिक हाई स्कूल, कराची से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने डीजी नेशनल स्कूल, हैदराबाद, सिंध में दाखिला लिया।
बंटवारे के वक्त मुंबई आ गए
1947 में आडवाणी देश की आजादी का जश्न भी नहीं मना सके क्योंकि आजादी के कुछ ही घंटों के भीतर उन्हें अपना घर छोड़कर भारत के लिए निकलना पड़ा। विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई में बस गया। यहां उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की। उनकी पत्नी का नाम कमला आडवाणी है। उनके बेटे का नाम जयंत अडवाणी और बेटी का नाम प्रतिभा अडवाणी है।
सबसे लंबे समय तक बीजेपी के अध्यक्ष रहे
आडवाणी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माध्यम से की। कई वर्षों तक आडवाणी राजस्थान में आरएसएस प्रचारक के कार्य में लगे रहे। वह भारतीय जनता पार्टी की नींव रखने वालों में से हैं।
1980 से 1990 के बीच आडवाणी ने बीजेपी को राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाने के लिए काम किया. लाल कृष्ण आडवाणी तीन बार (1986 से 1990, 1993 से 1998 और 2004 से 2005) बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं. 1984 में सिर्फ दो सीटें जीतने वाली पार्टी को अगले लोकसभा चुनाव में 86 सीटें मिलीं. 1992 में पार्टी की स्थिति 121 और 1996 में 161 सीटों तक पहुंच गई. आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई और बीजेपी सबसे बड़ी संख्या वाली पार्टी बनकर उभरी.
अटल सरकार में उप-प्रधानमंत्री
वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। लालकृष्ण आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई है। 2015 नें उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।



Bharat Ratna to LK Advani: Seventh Deputy Prime Minister, Rath Yatra for Ram Temple; Received Padma Vibhushan in 2015

Bharat Ratna to Lal Krishna Advani: Senior BJP leader Lal Krishna Advani has been awarded Bharat Ratna. Earlier in 2015, he was awarded the Padma Vibhushan, India’s second highest civilian award. Let us know the entire journey of Lal Krishna Advani
Senior BJP leader Lal Krishna Advani was honored with Bharat Ratna by President Draupadi Murmu on Saturday. Advani has been the president of BJP for the longest period. He has also been the Deputy Prime Minister of the country. Let us know about them
Born in Karachi, Pakistan
Lal Krishna Advani was born on November 8, 1927 in a Hindu Sindhi family in Karachi, Pakistan. His father’s name is Kishanchand Advani and mother’s name is Giani Devi. His father was an entrepreneur by profession. He received his early education from St. Patrick’s High School, Karachi. After this he took admission in DG National School, Hyderabad, Sindh.
Came to Mumbai at the time of partition
Advani could not even celebrate the country’s independence in 1947 because within a few hours of independence he had to leave his home and leave for India. At the time of partition, his family left Pakistan and settled in Mumbai. Here he studied law from the Law College of Bombay University. His wife’s name is Kamla Advani. His son’s name is Jayant Advani and daughter’s name is Pratibha Advani.
Was the longest serving President of BJP
Advani started his political career through Rashtriya Swayamsevak Sangh. For many years Advani was engaged in the work of RSS pracharak in Rajasthan. He is one of the founders of the Bharatiya Janata Party.
Between 1980 and 1990, Advani worked to make BJP a national level party. Lal Krishna Advani has been the National President of BJP thrice (1986 to 1990, 1993 to 1998 and 2004 to 2005). The party, which had won only two seats in 1984, got 86 seats in the next Lok Sabha elections. The party’s position reached 121 seats in 1992 and 161 seats in 1996. For the first time after independence, Congress was out of power and BJP emerged as the party with the largest number.
Deputy Prime Minister in Atal Government
He was the Home Minister in the BJP-led National Democratic Alliance (NDA) between 1998 and 2004. Lal Krishna Advani held the post of the seventh Deputy Prime Minister of India in the government of Atal Bihari Vajpayee between 2002 and 2004. During the 10th and 14th Lok Sabha, he has played the role of Leader of the Opposition very well. In 2015, he was awarded the Padma Vibhushan, India’s second highest civilian honour.

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